Meaning of Architecture and Architect in Hindi
यदि हम एक शब्द में Architecture का Hindi Meaning जानें तो वह है वास्तुकला । कई जगह आप को इसका अर्थ शिल्पशास्त्र भी देखने को मिल जाएगा किन्तु यह ग़लत है, शिल्पशास्त्र एक प्राचीन हिन्दू ग्रन्थ हैं, जिनमें कई प्रकार की कलाओं तथा हस्तशिल्पों की डिजाइन और सिद्धान्त के बारे में बताया गया है।( शिल्पशास्त्र विकिपीडिया ) कई बार स्थापत्य कला को भी हिंदी में Architecture के लिए उपयोग किया जाता है।
Definition Of Architecture
आर्किटेक्चर एक बहुत व्यापक विषय है जिसको किसी एक परिभाषा में परिभाषित नहीं किया जा सकता। फिर भी हम Architecture के Meaning को Hindi में परिभाषित करे तो :-
Architecture एक Practic है जिसमे एक Architect विभिन्न प्रकार के स्त्रोत (जैसे उसकी द्वारा ली हुई Architecture Education, Practical Knowladge, Creativity, वातावरण के साथ तालमेल आदि) का उपयोग कर के किसी Residence, Structure, Product या किसी City का सुयोग डिज़ाइन करता है।
Architect meaning in Hindi
Architect की Hindi meaning के लिए जो उपयुक्त शब्द वास्तुविद् है। आर्किटेक्ट के लिए कई बार वास्तुकार शब्द का भी उपयोग किया जाता है।
Definition Of Architect
एक पेशवर व्यक्ति होता है जो Users की जरूरत तथा भावनाओं को समझ कर उपयुक्त इमारतों, प्रोडक्ट या शहरों के लिए डिज़ाइन करता है तथा उनके निर्माण कार्य के लिए ज़िम्मेदार होता है। साथ ही आर्किटेक्ट अपने Clients को प्रोजेक्ट के लिए उचित परामर्श भी देता है।
Work of an Architect
एक आर्किटेक्ट स्वयं को Architect बनाने से लेकर किसी प्रोजेक्ट को सफलता पूर्वक अंतिम रूप में लाने तक कई कार्य करता है, जिन्हें लिस्ट करना बहुत मुश्किल कार्य है, फिर भी हम कुछ मुख्य कार्यो को लिस्ट करने की कोशिश करेंगे। एक Architect के जीवन को हम दो पहलु में विभाजित कर सकते है। 1. Student Life 2. Practising या Professional Life
Architecture Student Life
1. एक छात्र के रूप में सर्वप्रथम आप रूबरू होते है एक ऐसे पांच वर्षीय पाठ्यक्रम (course) से जो स्वयं में कई असीम सीमाओं को समेटे हुआ है। जिसमे cool learning, अजीब लेकिन दिलचस्प शिक्षक, Creative Classmate, तथा नापसंद Seniors का जमावड़ा होता है। लेकिन फिर भी आप ये जान लेते है की यह एक कठिन पाठ्यक्रम है।
2. यह एक रचनात्मक क्षेत्र है जहां आप कुछ भी बना सकते हैं तथा कल्पना कर सकते हैं। अपने दिमाग के घोड़ों पर सवारी कर सकते हैं लेकिन क्रम अनुरूप, कॉन्सेप्ट, कहानी थीम के साथ।
3. इन पांच वर्षो में आप स्कील्स सीखेंगे जैसे, ड्राइंग, स्केचिंग, पेंटिंग, वुडवर्क, मॉडल मेकिंग, आर्ट्स का इतिहास, आर्किटेक्चर धारणा, अनुभूति, भ्रम, तकनीक, निर्माण तकनीक, पेंसिल को सही तरीके से शार्प करना, अक्षरो को अलग तरह से लिखना, बात करना सीखना, विचारों को प्रस्तुत और तैयार करना, कॉन्सेप्ट तथा कहानी बनाना आदि। लेकिन फिर भी, आप इनमें से किसी एक में भी परिपूर्ण नहीं हो पाएंगे।
4. आप डॉक्यूमेंट्री, सिनेमा, कला वर्क आदि देखना शुरू कर देंगे और सामान्य चीजों की तुलना में वैकल्पिक (alternatively) सोच का अनुभव करने की कोशिश करेंगे।
5. आप Group mentality का अनुसरण करने के बजाय चीजों को उल्टा देखना शुरू कर देंगे। यह बॉक्स आउट ऑफ थिंकिंग का पहला चरण है।
अब अंत में Architecture स्कूल छोड़ने से पहले आप Architecture का Meaning समझना शुरू कर देते है की दुनिया एक डिब्बे समाई हुई है और आगे जा कर आप को भी उन्ही डिब्बों में कार्य करना है।
Practicing या Professional Life or work
एक Architect का कार्य सिर्फ बिल्डिंग डिज़ाइन तक सिमित नहीं होता, अपितु आम जान की सुरक्षा से बिल्डिंग की हर तरह की देखरेख तक की जिम्मेदारी आर्किटेक्ट की होती है। बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन के शुरुआत चरण से बिल्डिंग के उद्धघाटन तक के, हर एक चरण पर Architect की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अतः एक आर्किटेक्ट किसी इमारत के बनने से पहले तथा बनने के कुछ समय बाद तक उस परियोजना में शामिल रहता है। आर्किटेक्ट के कर्यो को तीन श्रेणी या चरणों में वर्गीकृत किया जा सकता है
- design / डिज़ाइन
- documentation/ कागजी कार्य
- construction/ निर्माण
डिज़ाइन – इस चरण में आर्किटेक्ट का मुख्य कार्य क्लाइंट की जरुरत को समझ कर उसे उचित परामर्श देना तथा सभी मानकों के अनुरप एक सुयोग डिज़ाइन तैयार करना होता है।
कागजी कार्य- इस चरण में Architect फाइनल हुए डिज़ाइन के लिए संबंधित विभागों जैसे टाउन एंड कंट्री प्लांनिग, नगर निगम, ग्राम पंचायत आदि से विकास अनुमति (Development Permission) लेने के कार्य करता है, जिसमे वह Approval Drawing तैयार करता है तथा विभिन्न दस्तावेज के साथ संबंधित विभाग में जमा करता है।
निर्माण- संबंधित विभगों सभी जरुरी अनुमति मिलने के बाद आर्किटेक्ट निर्माण कार्य शुरू करवाता है, जिसके लिए वह विभिन्न ड्राइंग तैयार करता है, तथा समय समय या आवश्यकता पड़ने पर Site Supervision भी करता है। जिसमे वह कॉन्ट्रेक्टर तथा अन्य कंसल्टेंट को परामर्श देता है
How to become an Architect | आर्किटेक्ट कैसे बने?
India में Architect बनने के लिए आप को काम से काम Bachelor of Architecture में पांच वर्ष की स्नातक स्नातक डिग्री लेनी होगी। इसके बाद आप दो वर्ष की Architecture में Master डिग्री भी कर सकते है। भारत में लगभग हर प्रदेश में Architecture में Bachelor और Master के लिए कॉलेज है। जिसमे IIT, NIT, State Goverment, Private तथा Autonomous कॉलेज है। यहाँ Click कर के आप India में Architecture कॉलेज की लिस्ट देख सकते है।
India में Bachelor of Architecture प्रवेश लेने के लिए दो प्रवेश परीक्षा (entrance exam) होते है। 1. NATA 2. JEE (B.arch)
NATA
नेशनल एप्टीट्यूड टेस्ट इन आर्किटेक्चर (NATA) वर्ष 2006 से COA द्वारा संचालित किया जा रहा है। जिसका उदेश्य आर्किटेक्चर में एक अलग योग्यता परीक्षा आयोजन करना है जिस से इसे इंजीनियरिंग, फार्मेसी, चिकित्सा और अन्य विषयों के प्रवेश परीक्षा से भिन्न किया जा सके।
COVID-19 की दृष्टि से NATA के एग्जाम के लिये कुछ आवश्यक बदलवा किये गए है जिन्हे आप यहां Click कर के देख सकते है
JEE Main (B.arch)
JEE Main की परीक्षा केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा आयोजित की जाती है। जिसमे दो पेपर होते है पेपर-1 और पेपर-2, पेपर 1 बी.ई./बीटेक कोर्स में प्रवेश के लिए है इसे ऑनलाइन और ऑफ़लाइन मोड दोनों में आयोजित किया जाता हैं। पेपर-2 बी.आर्क और बी.प्लानिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए है यह केवल ऑफ़लाइन आयोजित किया जाता हैं।
What is the difference between JEE B.Arch and NATA?
JEE B.Arch तथा NATA में मुख्य अंतर है की JEE Barch प्रवेश परीक्षा से आपको IIT, SPA, NIT, CCA और अन्य Central funded कॉलेजों में प्रवेश मिलता है जबकि NATA से Private कॉलेजों और State governed कॉलेजों में प्रवेश मिलता है। तथा JEE Barch की परीक्षा तीन खंडों के साथ 400 अंक की होती हैं तथा NATA की परीक्षा 2 खंडों के साथ 200 अंकों की होती है।
Different Styles Of Architecture in Hindi
Architecture में कई प्रकार की शैली (Style) होती है, जिन में से कुछ प्रमुख Architecture शैली के meaning Hindi में इस प्रकार है।
- Modern Architecture – Modern architecture, या modernist architecture, construction की नई तकनीकों पर आधारित है। विशेषता ग्लास, स्टील तथा कंक्रीट के उपयोग पर। यह २०वीं शताब्दी के मध्य में सामने आया तथा द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 1980 के दशक तक प्रभावी रहा। बाद में इसे कॉर्पोरेट तथा एजुकेशनल जैसी बड़ी बिल्डिंग्स लिए अपना लिया गया।
- Gothic Architecture – गोथिक आर्किटेक्चर यूरोप में उच्च तथा स्वर्गीय मध्य काल में उभरी। यह रोमनस्क वास्तुकला से विकसित हुई तथा Renaissance architecture, तक सफल हुई तथा धीरे धीरे 16 वी शताब्दी तक इसकी लोकप्रियता समाप्त होने लगी।
- Temple Architecture / मंदिर वास्तुकला – हिंदू मंदिरों के निर्माण की शुरुआत गुप्त काल या गुप्त वंश में हुई थी। गुप्त वंश के लोग ही पहले वास्तुकार थे, जिन्होंने हिंदू मंदिरों के (लेकिन कभी-कभी बौद्धों) निर्माण का कार्य किया, तथा ये कला रॉक-कट मंदिरों (Rock-cut Temple) की परंपरा से विकसित (evolved) हुई थी। (गुप्त वंश, में चंद्रगुप्त प्रथम ने चौथी से छटवी शताब्दी के बीच उत्तर मध्य भारत में शासन किया था, तथा इस अवधि को ही कलात्मक उपलब्धि के साथ ‘भारत का स्वर्ण युग’ भी माना जाता है। इस अवधि के दौरान ब्राह्मणवाद को पुनर्जीवित किया गया तथा, धार्मिक भावना के फलस्वरूप मंदिरों का निर्माण कार्य हुआ।
- Vernacular Architecture – सामन्यता वर्नाकुलर आर्किटेक्चर बिना किसी पेशेवर आर्चीटेक्ट्स की मदद से स्थानीय सामग्री तथा ज्ञान पर आधारित वास्तुकला है। वर्नाकुलर आर्किटेक्चर में परम्परागत निर्माण की विधियों की विस्तृत श्रृंखला का समायोजन होता है जो बहुत ही सरल और व्यावहारिक होती हैं।
- Mughal Architecture – मुगल वास्तुकला मुगलों द्वारा विकसित भारतीय-इस्लामी वास्तुकला का एक प्रकार है, यह वास्तुकला 16 वीं, से 18 वीं शताब्दी में अपने चरम पर आई। इस शैली के उदाहरण आधुनिक भारत, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान में देखे जा सकते हैं
इसके अलावा कुछ अन्य आर्किटेक्चर शैली जैसे Classical, Romanesque, Roman, Ancient Greek, Sustainable architecture आदि भी है।
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